खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ;
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ;
मालूम है कोई मोल नहीं मेरा;
फिर भी अनमोल लोगों से रिश्ता रखता हूँ
पास आ ज़रा दिल की बात बताऊँ तुझको,
कैसे धड़कता है दिल की आवाज़ सुनाऊँ तुझको,
आकर देख ले दिल पर नाम लिखा है तेरा,
तूँ कहे तो दिल चीर के दिखाऊँ तुझको।
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ;
मालूम है कोई मोल नहीं मेरा;
फिर भी अनमोल लोगों से रिश्ता रखता हूँ
पास आ ज़रा दिल की बात बताऊँ तुझको,
कैसे धड़कता है दिल की आवाज़ सुनाऊँ तुझको,
आकर देख ले दिल पर नाम लिखा है तेरा,
तूँ कहे तो दिल चीर के दिखाऊँ तुझको।
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