जीवन में एक बार सभी ने किया है प्यार,
कुछ ने डर कर कुछ ने जोश में किया इज़हार
मगर बिना बोले जब दो दिल कह जायें दिल की बात,
वही है नज़र का नज़र से सच्चा इक़रार
जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर,
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें,
तुम्हें कोई और देखें अच्छा नहीं लगता
एक ख्वाइश सिरहाने रख दो ना,
आज मुझ पे तुम इनायत कर दो ना,
ज़रा चुपके से खामोशी से,
तुम इज़हार-ए-मोहब्बत कर दो ना!
जब जब याद करोगी अपनी तन्हाईयो को,
एक जलता चराग सा नज़र आऊगा मैं
राह से रहगुज़र बन के भी गुजर जाओगी,
एक मिल का पत्थर सा खड़ा नज़र आऊगा मैं..
जिसको चाहो उसे चाहत बता भी देना,
कितना प्यार है उससे यह जता भी देना,
यूँ ना हो की उसका दिल कहीं और लग जाए,
करके इज़हार उसके दिल को चुरा भी लेना
मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते हैं,
आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं,
जहाँ किसी ने कहा था कि ठहरो हम अभी आते है।
इश्क़ से कभी हमने इनकार नही किया,
पर इस दिल को कभी इतना बेकरार नही किया,
बस आँखों में उनके सपने सजाए रखे हैं,
मगर कभी हमने होंठों से इश्क़ का इज़हार नही किया!
कुछ ने डर कर कुछ ने जोश में किया इज़हार
मगर बिना बोले जब दो दिल कह जायें दिल की बात,
वही है नज़र का नज़र से सच्चा इक़रार
जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर,
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें,
तुम्हें कोई और देखें अच्छा नहीं लगता
एक ख्वाइश सिरहाने रख दो ना,
आज मुझ पे तुम इनायत कर दो ना,
ज़रा चुपके से खामोशी से,
तुम इज़हार-ए-मोहब्बत कर दो ना!
जब जब याद करोगी अपनी तन्हाईयो को,
एक जलता चराग सा नज़र आऊगा मैं
राह से रहगुज़र बन के भी गुजर जाओगी,
एक मिल का पत्थर सा खड़ा नज़र आऊगा मैं..
जिसको चाहो उसे चाहत बता भी देना,
कितना प्यार है उससे यह जता भी देना,
यूँ ना हो की उसका दिल कहीं और लग जाए,
करके इज़हार उसके दिल को चुरा भी लेना
मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते हैं,
आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं,
जहाँ किसी ने कहा था कि ठहरो हम अभी आते है।
इश्क़ से कभी हमने इनकार नही किया,
पर इस दिल को कभी इतना बेकरार नही किया,
बस आँखों में उनके सपने सजाए रखे हैं,
मगर कभी हमने होंठों से इश्क़ का इज़हार नही किया!
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